“परिवर्तन के कारक”
“परिवर्तन के कारक”
मेहनतकश इंसान के दो हाथ ही
परिवर्तन के सबसे बड़े कारक होते हैं।
रूसी क्रान्ति का मूल कारण ‘रोटी’ था।
रोटी से बड़ी चीज दुनिया में कुछ नहीं।
भूख के सामने दुनिया की कोई नैतिकता
ठहर नहीं सकती।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति