*”परिजात /हरसिंगार”*
“परिजात /हरसिंगार”
प्रकृति प्रदत्त बहुत सारे ऐसे पेड़ पौधे है जिन्हें हम नही जानते हैं और जानते भी है तो उनके बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी प्राप्त नही मिलती है। जी हां ऐसे ही एक औषधि युक्त पौधा जिसका नाम है – परिजात उसे हरसिंगार के नाम से जाना जाता है।यह पुष्प सुगंधित नारंगी रंग की डंडी व सफेद रंग का छोटे पंखुड़ियों वाला होता है।
इसका प्रयोग पूजन के काम में लाया जाता है लेकिन इसके अलावा अन्य बहुत से गुणों से भरपूर औषधी युक्त पेड़ है ।
ये पेड़ ग्रह दशाओं को भी सही रखता है बच्चो के दिमाग के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। जब हम प्रकृति का सहारा लेते हैं तो वे जीवन को सरल व रास्ता सुगम बनाने में सहायक सिद्ध होते हैं।
स्वास्थ्य की दृष्टि से परिजात पुष्प व पत्तियां बेहद फायदेमंद होती है।शरीर को स्वस्थ मन की एकाग्रता बढाती है। शुगर लेवल कम करती है गठिया रोग का भी बेहतर रामबाण इलाज है
बच्चों को बड़ों को जब क्रोध आता है तो मन स्थिर दिमाग के लिए भी फायदेमंद होता है।एक पत्ता अच्छे से धोकर इसे खाली पेट चबाकर खाएं और पानी पी लें।
यह रक्त शोधक का कार्य करता करता है मस्तिष्क में प्राण वायु ,रक्त संचार, व जल का संतुलन बनाए रखना जरूरी होता है।
हरसिंगार का एक पत्ता बहुत मदद करता है कभी कभी हमारे कार्य बनते ही नही अधूरे रुके पड़े रहते हैं या बच्चों की पढ़ाई लिखाई ,प्रतियोगिता परीक्षा में सहायता करने के लिए परिजात के पुष्प की टहनी को सफेद धागों में बांधकर पहन लें कार्य सरल सुगमता से हो जायेंगे।
जीवन में एकाग्रता की जरूरत होती है इससे एकाग्रता बढ़ती है और जोड़ों का दर्द , शरीर में गैस बनना ,शुगर लेवल कम करने के लिए ये उपाय कारगर सिद्ध होते हैं वैसे डॉक्टरों की सलाह भी लेते रहना चाहिए।
हरसिंगार की 4 या 5 पत्तियों को धोकर कूट लें उसे 2 कप पानी में उबालकर एक कप रहने दें फिर छानकर कुनकुना ही