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19 Sep 2021 · 1 min read

परवाह

परवाह नहीं करता मैं अपने आप की
क्यों कि मैं खाता हूं कमायी पाप की
सच भी साथ छोड़ कर जा रहा है
पाप धीरे धीरे करीब आ रहा है

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 283 Views

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