परवरिश
बच्चों को परवरिश दीजिए, पल तो जानवर भी जाते ।
बच्चों को संस्कृति दीजिए,विकृति तो समाज
से सीख जाते है।
बच्चों को काबिल बनाइए, कामयाब ख़ुद
बन जाते।
बच्चों को दुआएं कमाना सिखाइए, दौलत खुद कमा लेते।
बच्चों को बच्चा रहने दीजिए,बड़े जरूरतों से बन जाते।
बच्चों पर नज़र रखिए नजरंदाज बो खुद हो जाते।
बच्चों के साथ समय बिताइए,अकेले मजबूरी
से हो जाते
बच्चों को मेहनती बनाइए,
बच्चों को हुनर दीजिए, जायदाद वो खुद ले लेते
बच्चों के लिए सड़क तैयार कीजिए,गाडियां
वो खरीद लेते
बच्चों का मनोबल बढ़ाइये,बल वो हासिल कर लेते
बच्चों को जीवन मूल्य दीजिए,जीवन वो
ख़ुद जी जाते
बच्चों को सम्मान दीजिए, वहीं वो लौटा देते
बच्चों को इंसानियत सिखाइए,अच्छे इंसान वो ख़ुद बन जाते
दीपाली अमित कालरा