परछाई
परछाई
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आज परछाई से पूछ लिया मैने,
तू हर वक्त चलती क्यों मेरे साथ।
वह हंस होकर बोली मुझसे,
बता और कौन चलता हैं तेरे साथ।
परछाई एक ऐसी परम मित्र है,
जो सुख दुःख में चलती है साथ।
जीवन में हर समय चलती रहती,
मरते दम तक छोड़े न ये हाथ।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम