Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2022 · 1 min read

परंपरा

परंपरा

बिन समझें सब निभा रहे हैं ।
परंपराएं चला रहे है ।।
परंपरा जो हुई पुरानी।
कुछ अच्छी कुछ बुरी कहानी।।
मृत्यु भोज उनमें से एका।
परवश करते लोग अनेका।।
मान रहे अछूत परिवारा।
भोज हेतु सबको वह प्यारा।
जिंदा में नहि करते सेवा ।
मरने पर खाते सब मेवा।।
प्रज्ञा तो सबसे कहती है ।
ज्ञानहि यज्ञ मुक्ति मिलती है ।।

दहेज राक्षस खूब रुलाता।
तोड़ परंपरा छोड़ को पाता ।।
हर समाज का अलग तरीका ।
माने नहि तो लगता फीका।।
समझ प्रतिष्ठा सभी निभाते ।
कर्ज बना जीवन दुख पाते ।।
दान श्रेष्ट माना जाता है ।
अहं दिखावट से आता है ।।
रीति रही प्रेमहि की भाई।
माँग आधुनिक है दुखदाई ।।
धन से सुविधा तो बढ़ती है ।
सुख तो प्रज्ञा ही देती है ।।

पशु बलि भी परंपरा है ।
धर्म रूप आचरण बुरा है ।।
जप तप नियम नेक सब कर्मा।
यह परंपरा के हित धर्मा।।
सभी जीव ईश्वर को प्यारे।
पुण्य नहीं जो उनको मारे।।
पाप कर्म का फल मिलता है ।
वेद धर्म भी यह कहता है ।।
कांटा भीष्म चुभाया कीरा।
कारण बना चुभे बहु तीरा।
प्रज्ञा कहती यही कहानी ।
कर्म किया तो भोगे प्रानी।।

राजेश कौरव सुमित्र

Language: Hindi
2 Likes · 228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
मन की डोर
मन की डोर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"सैल्यूट"
Dr. Kishan tandon kranti
ट्यूशन उद्योग
ट्यूशन उद्योग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम्हारी वजह से
तुम्हारी वजह से
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
हम ख़्वाब की तरह
हम ख़्वाब की तरह
Dr fauzia Naseem shad
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Migraine Treatment- A Holistic Approach
Migraine Treatment- A Holistic Approach
Shyam Sundar Subramanian
बारिश के लिए
बारिश के लिए
Srishty Bansal
निरोगी काया
निरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
abhishek rajak
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
मित्रता दिवस पर एक खत दोस्तो के नाम
Ram Krishan Rastogi
कीमत
कीमत
Ashwani Kumar Jaiswal
आज भगवान का बनाया हुआ
आज भगवान का बनाया हुआ
प्रेमदास वसु सुरेखा
हम चाहते हैं
हम चाहते हैं
Basant Bhagawan Roy
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
Holding onto someone who doesn't want to stay is the worst h
पूर्वार्थ
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
मां
मां
Amrit Lal
वापस
वापस
Harish Srivastava
मिताइ।
मिताइ।
Acharya Rama Nand Mandal
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
हमारा अस्तिव हमारे कर्म से होता है, किसी के नजरिए से नही.!!
Jogendar singh
उस रावण को मारो ना
उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
*भारतमाता-भक्त तुम, मोदी तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
*भारतमाता-भक्त तुम, मोदी तुम्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
■ परम् स्वतंत्र न सिर पर कोऊ। हर नियम-विधान, लोक-लाज, मूल्य
■ परम् स्वतंत्र न सिर पर कोऊ। हर नियम-विधान, लोक-लाज, मूल्य
*Author प्रणय प्रभात*
Never forget
Never forget
Dhriti Mishra
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
ବିଶ୍ୱାସରେ ବିଷ
Bidyadhar Mantry
संत गाडगे संदेश 5
संत गाडगे संदेश 5
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
किसी मोड़ पर अब रुकेंगे नहीं हम।
surenderpal vaidya
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
इंसान दुनिया जमाने से भले झूठ कहे
ruby kumari
Loading...