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21 Aug 2021 · 1 min read

पत्रकारिता की साख

ये सियासत एक बहुत बड़ी
मुसीबत होती देश की!
अगर रवीश नहीं होता तो
फजीहत होती देश की!
उसका हिडेन एजेंडा कभी
आ नहीं पाता सामने
कितनी ज्यादा खौफनाक
हकीकत होती देश की!

Language: Hindi
154 Views
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