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1 Jun 2024 · 1 min read

“पत्थर”

“पत्थर”
यूँ तो पत्थर कभी पिघलता नहीं,
मगर वो कभी बदलता नहीं।
गिर गए जो खुद की नज़र से,
वो शख्स कभी सम्हलता नहीं।

1 Like · 1 Comment · 37 Views
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