पते की बात
कल एक आदमी की मृत्यु हो गयी तो सब लोग बोल रहे थे की आदमी बहुत अच्छा था पता नही क्यों भगवान अच्छे लोगो को उठाता है। ये सुनते हुए मै आगे बढ़ गया। आगे चलकर देखा की एक आदमी आम के पेड़ से अच्छे अच्छे आम तोड़ रहा था और बेकार आम को वही छोड़ रहा था, मैने पूछा भाई तुम पक्के पक्के आम ही क्यों तोड़ रहे हो और जो आम थोड़े काले पड़ गए है उनको वही छोड़ रहे हो, तुम चाहो तो बेकार आम को तोड़कर फेंक सकते हो।
इसपर वो बोला की श्रीमान अगर मै पक्के आम नही तोड़ूंगा तो बाकी के आमो को वो बेकार आम खराब कर देंगे। इसलिए जो पक्के आम है पहले उनको ही खाना उचित है। अगर मै बेकार आम को तोड़कर नीचे फैंक दूंगा तो वो जमीन और पेड़ की जड़ को भी सड़ा देगा। इसलिए बेकार आम को पेड़ की डाली पर ही रखना उचित होगा उससे वो वही सुखकर नष्ट हो जायेगा।
मै कुछ नही बोल पाया क्योंकि मुझे समझ आगया था कि शायद सबसे पहले अच्छे लोगो की मृत्यु का भी यही कारण है जो अच्छे आम को तोड़ने का है।