पति पत्नी और वैलेंटाइन डे
देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे।
वैलेंटाइन हैं आने वाला, तू ना कर नखरे बेरी रे।।
म्हारी सास के छोरे सुन ले, पत्नि मांगे टेडी रे।
तू ही तो मेरा वैलेंटाइन हैं, पतिदेव ओ बेरी रे।।
देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे…
14 की ही बसन्त पंचमी, मुखड़ा खिले ना मेरा रे।
पतिदेव तू लादे टेडी, देखना ना जो नखरा रे।।
खिले खिले ये चहरा मेरा, टेडी से ही खिलना रे।
मेरा तू और तेरी तो मैं हूँ, टेडी के से महंगा रे।।
देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे…
मेरी नन्द के भाई सुनले, पीछा छोड़ू ना तेरा रे।
वैलेंटाइन पे मागा टेडी, नौलखा हार ना मागा रे।।
पतिदेव ओ प्यारे सुनले, टेडी मतलब टेडी रे।
तेरे जैसा वो सुन्दर हो बस, ऐसा टेडी मागु रे।।
देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे…
मेरे बालका के बाप ओ सुनले, टेडी सुथरा मांगू रे।
रखू सदा ही पास मैं उसकू, दिल का टुकडा मांगू रे।।
वैलेंटाइन पे गिफ्ट तू दे दे, रोज, प्रपोज ना मांगू रे।
वरना तो मैं बुला पुलिस कू, कहूं छिछोरा छोरा रे।।
देव मेरे ओ पतिदेव, तू ला के दे दे टेडी रे…
ललकार भारद्वाज