*गली-गली में घूम रहे हैं, यह कुत्ते आवारा (गीत)*
नए साल के ज़श्न को हुए सभी तैयार
क्यूँ ये मन फाग के राग में हो जाता है मगन
दुमका संस्मरण 2 ( सिनेमा हॉल )
मेरी आँख में झाँककर देखिये तो जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
23/115.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
अंतिम युग कलियुग मानो, इसमें अँधकार चरम पर होगा।
💐प्रेम कौतुक-291💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
60 के सोने में 200 के टलहे की मिलावट का गड़बड़झाला / MUSAFIR BAITHA
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
तमाम लोग "भोंपू" की तरह होते हैं साहब। हर वक़्त बजने का बहाना
खुशामद किसी की अब होती नहीं हमसे
हंसवाहिनी दो मुझे, बस इतना वरदान।
गुरु महादेव रमेश गुरु है,
*कंचन काया की कब दावत होगी*
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)