Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jun 2023 · 1 min read

पति।

मेरी जिंदगी में आप आनेसे मिल गया है ,
मुझे एक नया परिवार
हर पल मुस्कुराके जिंदगी मे चलते रहना
यही सिखाया आपने हरबार।

पति के रूप मे मैने आपको
जबसे है पाया,
मुझे आपका साथ होना बहुत ही भाया,
और एक सच्चे दोस्त का साया।

भगवान के कृपा ने ही
आज मेरा और आपका साथ सजाया,
हर जनम बस आपको ही पाऊं,
यही प्रार्थना है जबसे मेने आपको है पाया।

Language: Hindi
6 Likes · 4 Comments · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kanchan Alok Malu
View all
You may also like:
आँखों से गिराकर नहीं आँसू तुम
आँखों से गिराकर नहीं आँसू तुम
gurudeenverma198
तू है लबड़ा / MUSAFIR BAITHA
तू है लबड़ा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
■ ज़रूरत है बहाने की। करेंगे वही जो करना है।।
■ ज़रूरत है बहाने की। करेंगे वही जो करना है।।
*प्रणय प्रभात*
*मूलांक*
*मूलांक*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
हर हाल मे,जिंदा ये रवायत रखना।
पूर्वार्थ
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जवानी के दिन
जवानी के दिन
Sandeep Pande
मेरे अल्फ़ाज़
मेरे अल्फ़ाज़
Dr fauzia Naseem shad
रात भर नींद भी नहीं आई
रात भर नींद भी नहीं आई
Shweta Soni
*शिवोहम्*
*शिवोहम्* "" ( *ॐ नमः शिवायः* )
सुनीलानंद महंत
2702.*पूर्णिका*
2702.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
बेसहारों को देख मस्ती में
बेसहारों को देख मस्ती में
Neeraj Mishra " नीर "
मैं हूं कार
मैं हूं कार
Santosh kumar Miri
प्रेम जीवन में सार
प्रेम जीवन में सार
Dr.sima
संसद
संसद
Bodhisatva kastooriya
सापटी
सापटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*उड़न-खटोले की तरह, चला चंद्रमा-यान (कुंडलिया)*
*उड़न-खटोले की तरह, चला चंद्रमा-यान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मैं तो अंहकार आँव
मैं तो अंहकार आँव
Lakhan Yadav
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
वृक्षों की सेवा करो, मिलता पुन्य महान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
गुरु श्रेष्ठ
गुरु श्रेष्ठ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"तजुर्बा"
Dr. Kishan tandon kranti
बच्चे
बच्चे
Kanchan Khanna
ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ईश्वर का प्रेम उपहार , वह है परिवार
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मैं तो महज नीर हूँ
मैं तो महज नीर हूँ
VINOD CHAUHAN
एक ऐसे कथावाचक जिनके पास पत्नी के अस्थि विसर्जन तक के लिए पै
एक ऐसे कथावाचक जिनके पास पत्नी के अस्थि विसर्जन तक के लिए पै
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
उसे पता है मुझे तैरना नहीं आता,
उसे पता है मुझे तैरना नहीं आता,
Vishal babu (vishu)
(25) यह जीवन की साँझ, और यह लम्बा रस्ता !
(25) यह जीवन की साँझ, और यह लम्बा रस्ता !
Kishore Nigam
Loading...