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3 Apr 2024 · 1 min read

“पतझड़”

“पतझड़”
राहें हैं यह जीवन की
जिसमें
मोड़ पतझड़ सा आता,
तरुणाई से तृप्त होकर
बचपन भी
बुढ़ापे का उपहार पाता।

3 Likes · 3 Comments · 137 Views
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