पतझड़ सी उजड़ती हुई यादें भुलाई नहीं जाती है
पतझड़ सी उजड़ती हुई यादें भुलाई नहीं जाती है
तेरी जुदाई प्यासे सावन में भुलाई नहीं जाती है
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”
पतझड़ सी उजड़ती हुई यादें भुलाई नहीं जाती है
तेरी जुदाई प्यासे सावन में भुलाई नहीं जाती है
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”