Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jan 2022 · 1 min read

पतंग बहाने ( एक सुंदर बाल कविता)

पतंग के बहाने
********
चिंटू ने पतंग लेने का मन बनाया
अपने पापा से मंगवाया
मकर सक्रांति के दिन उड़ाया
देख गगन में खूब हर्षाया
मुनियाँआई ,चुनियाँ आई
अपना पतंग लेकर
दोस्तों के संग,मिंटू भी आया
छत पर पतंग उड़ाने में
बच्चे दे रहे थे ध्यान
रंग बिरंगे पतंगों से
भर गया आसमान
सभी ने अपनी डोरी पकड़ी थीं
अपने -अपने हाथ में
कितना अच्छा लगता है
अक्सर बच्चों के साथ में
थोड़ा समय दे देता हूँ
जब रहता हूँ खाली
बच्चों की दुनिया होती है
सचमुच बहुत निराली
आनंद ही आनंद बहता
मानो सुंदर -झरना है
इन बच्चों के अंदर सदैव
बंधुत्व के भाव को भरना है ।
**********************
नेतलाल यादव
उत्क्रमित उच्च विद्यालय, शहरपुरा, जमुआ,गिरिडीह, झारखंड ।

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
*Nabi* के नवासे की सहादत पर
Shakil Alam
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr Archana Gupta
"चाहत का घर"
Dr. Kishan tandon kranti
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए
नकारात्मक लोगो से हमेशा दूर रहना चाहिए
शेखर सिंह
अर्थ का अनर्थ
अर्थ का अनर्थ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
عظمت رسول کی
عظمت رسول کی
अरशद रसूल बदायूंनी
2692.*पूर्णिका*
2692.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एहसासों से भरे पल
एहसासों से भरे पल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
वेदनामृत
वेदनामृत
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मुफ्त राशन के नाम पर गरीबी छिपा रहे
मुफ्त राशन के नाम पर गरीबी छिपा रहे
VINOD CHAUHAN
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
हम इतने सभ्य है कि मत पूछो
ruby kumari
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
Budhape ki lathi samjhi
Budhape ki lathi samjhi
Sakshi Tripathi
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Meera Singh
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
मैं और मेरा यार
मैं और मेरा यार
Radha jha
एतमाद नहीं करते
एतमाद नहीं करते
Dr fauzia Naseem shad
जीवन का लक्ष्य महान
जीवन का लक्ष्य महान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
यह गोकुल की गलियां,
यह गोकुल की गलियां,
कार्तिक नितिन शर्मा
तुम आशिक़ हो,, जाओ जाकर अपना इश्क़ संभालो ..
तुम आशिक़ हो,, जाओ जाकर अपना इश्क़ संभालो ..
पूर्वार्थ
एक खूबसूरत पिंजरे जैसा था ,
एक खूबसूरत पिंजरे जैसा था ,
लक्ष्मी सिंह
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
आंधियां* / PUSHPA KUMARI
Dr MusafiR BaithA
🙅दोहा🙅
🙅दोहा🙅
*Author प्रणय प्रभात*
हारिये न हिम्मत तब तक....
हारिये न हिम्मत तब तक....
कृष्ण मलिक अम्बाला
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
Vishal babu (vishu)
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गाल बजाना ठीक नही है
गाल बजाना ठीक नही है
Vijay kumar Pandey
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...