Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2024 · 1 min read

पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम “मुथैया मुरलीधरन” होता, तो व

पड़ोसी कह रहा था कि अगर उसका नाम “मुथैया मुरलीधरन” होता, तो वो अपने सपूत का नाम “ततैया तितलीधरन” रखता। हंड्रेड परसेंट।।
🙅सोचने पर टैक्स नहीं🙅

1 Like · 42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" दिल गया है हाथ से "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
शीर्षक - 'शिक्षा : गुणात्मक सुधार और पुनर्मूल्यांकन की महत्ती आवश्यकता'
शीर्षक - 'शिक्षा : गुणात्मक सुधार और पुनर्मूल्यांकन की महत्ती आवश्यकता'
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
" हमारी टिप्पणियाँ "
DrLakshman Jha Parimal
हम जो थोड़े से टेढ़े हो रहे हैं
हम जो थोड़े से टेढ़े हो रहे हैं
Manoj Mahato
कभी भी भावना में बहकर अपनी निजी बातें और कमजोरी किसी के समक्
कभी भी भावना में बहकर अपनी निजी बातें और कमजोरी किसी के समक्
Paras Nath Jha
सच का सच
सच का सच
डॉ० रोहित कौशिक
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
मौहब्बत अक्स है तेरा इबादत तुझको करनी है ।
Phool gufran
"अपना"
Yogendra Chaturwedi
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान
Dr.Pratibha Prakash
*श्री रामप्रकाश सर्राफ*
*श्री रामप्रकाश सर्राफ*
Ravi Prakash
हाइकु -तेरे भरोसे
हाइकु -तेरे भरोसे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हमें ईश्वर की सदैव स्तुति करनी चाहिए, ना की प्रार्थना
हमें ईश्वर की सदैव स्तुति करनी चाहिए, ना की प्रार्थना
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुमसे इश्क करके हमने
तुमसे इश्क करके हमने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
My Precious Gems
My Precious Gems
Natasha Stephen
हमसफ़र
हमसफ़र
अखिलेश 'अखिल'
2
2
*प्रणय*
3665.💐 *पूर्णिका* 💐
3665.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
International  Yoga Day
International Yoga Day
Tushar Jagawat
तो मोहब्बत पर सुनिएगा....💞
तो मोहब्बत पर सुनिएगा....💞
पूर्वार्थ
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
“ख़्वाहिशों का क़ाफ़िला  गुजरता अनेक गलियों से ,
“ख़्वाहिशों का क़ाफ़िला गुजरता अनेक गलियों से ,
Neeraj kumar Soni
"उल्फत"
Dr. Kishan tandon kranti
भूख
भूख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सुकून
सुकून
Harminder Kaur
हाइकु
हाइकु
भगवती पारीक 'मनु'
विचलित लोग
विचलित लोग
Mahender Singh
आज़माइश कोई
आज़माइश कोई
Dr fauzia Naseem shad
* काव्य रचना *
* काव्य रचना *
surenderpal vaidya
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
स्त्रीलिंग...एक ख़ूबसूरत एहसास
Mamta Singh Devaa
Loading...