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1 Mar 2022 · 1 min read

#पंजाबनगर_शिव_मंदिर

#पंजाबनगर_शिव_मंदिर
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रामपुर 18 फरवरी 2015
शिवरात्रि के अगले दिन प्रातः10 बजे यह विचार बना कि ग्राम पंजाबनगर स्थित शिव मन्दिर जाया जाए। हम दोनों (अर्थात with Manjul Rani) ई.रिक्शा से 11 बजे चल दिए। सिविल लाइन्स ,ज्वालानगर से ग्राम अजीतपुर तथा पसियापुरा होते हुए हम मन्दिर में पहुँचे। रास्ता लगभग ठीक था। मगर सुधार की बेहद आवश्यकता महसूस हुई।
संयोगवश मन्दिर के गर्भगृह के मुख्य द्वार पर ही मन्दिर के संस्थापक श्री छेदालात सक्सेना जी (रिटायर्ड तहसीलदार आयु लगभग 80 वर्ष से अधिक) कुर्सी पर विराजमान दिखे। पिताजी से उनका पुराना परिचय था। बस फिर क्या था! सारा मन्दिर उन्होंने साथ घूमकर दिखाया।
1993 में मन्दिर की स्थापना छेदालाल जी की भूमि पर ही उनके प्रयत्नों से हुई थी। अब यह जनपद का प्रमुख मन्दिर है। अन्त में उन्होंने परिसर के बाहर खड़े बरगद के पेड़ के पास से मन्दिर का भव्य दीख रहा चित्रण भी कराया। स्व. रामरूप जी गुप्त, स्व. ब्रजराज शरण गुप्त वकील साहब, श्री सुरेन्द्र पाठक एडवोकेट, एवं श्री रामप्रकाश बजाज आदि के साथ बाल्यावस्था का भी उन्होंने भाव-पूर्ण स्मरण किया। चित्रों में (एक) श्री छेदालाल जी (अन्य) मन्दिर के खींचे गए चित्र ।

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