पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा
पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा
जंगल कटेगा तो कुछ दिखाई नहीं देगा
कहां से लाओगे गीत नदियों के
जब झरना ही सुनाई ना देगा
आधुनिकता की इस दौड़ में
सच कहता हूं कुछ भी ना दिखाई देगा
पंछियों का कलरव सुनाई ना देगा
जंगल कटेगा तो कुछ दिखाई नहीं देगा
कहां से लाओगे गीत नदियों के
जब झरना ही सुनाई ना देगा
आधुनिकता की इस दौड़ में
सच कहता हूं कुछ भी ना दिखाई देगा