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12 Jun 2021 · 1 min read

पंक्ति में व्यंग कहां से लाऊं ?

पंक्ति में व्यंग कहां से लाऊं ?
जब शब्दों में ही रह जाए अभाव ।

अभाव में वह स्वभाव कहां से लाऊं ?
जब स्वभाव में है ,अज्ञानता का लेप ।

अज्ञानता में वह शब्द कहां से लाऊं ?
जब झूठ ना बोलने की है ख्वाहिश ।

ख्वाहिश में खुशी कहां से लाऊं ?
जब खुशी में ही लग जाए ग्रहण ।

ग्रहण तो निकल जाए पर वह
नया सुबह कहां से लाऊं ?

जब रात ना कटने की खाई कसम
कसम से वह कसम कहां से लाऊं ?

जब कसम ही निकला झूठा ,
बात ना कर कसम से, लिखने की

लिखने की तो है तमन्ना
अल्फाज कहां से लाऊं ?

जीवन को जीना है
पर खुशी कहां से लाऊं ?

गौतम साव

Language: Hindi
8 Likes · 18 Comments · 303 Views
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