न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
मुक्तक
न दें जो साथ गर्दिश में, वह रहबर हो नहीं सकते।
कभी वो दीन दुखियों के भी, सहचर हो नहीं सकते।
बना सकते नहीं जब वो, किसी का क्या बिगड़ोगे,
कि वो वाहे गुरु अल्लाह व ईश्वर हो नहीं सकते।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी