Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2024 · 1 min read

न छुए जा सके कबीर / मुसाफिर बैठा

कबीर के नाम पर लोगों ने
भले ही एक पंथ ही खड़ा कर डाला
पर कबीर की तरह बाजार में खड़ा होकर
सबकी खैर मांगने का माद्दा उनमें कहां आया
ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर भाव बरतना भी
कबीर की राह पर चलकर
कहां हमसे आपसे हो पाया!

Language: Hindi
41 Views
Books from Dr MusafiR BaithA
View all

You may also like these posts

इस ज़िंदगानी में
इस ज़िंदगानी में
Dr fauzia Naseem shad
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
* ------कृष्ण ---*
* ------कृष्ण ---*
श्रीहर्ष आचार्य
"पिंजरा खूबसूरती का"
ओसमणी साहू 'ओश'
हर इश्क में रूह रोता है
हर इश्क में रूह रोता है
Pratibha Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jai Prakash Srivastav
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
शेखर सिंह
Sahityapedia
Sahityapedia
भरत कुमार सोलंकी
स्त्री न देवी है, न दासी है
स्त्री न देवी है, न दासी है
Manju Singh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
😊सुप्रभातम😊
😊सुप्रभातम😊
*प्रणय*
"चाँद को देखकर"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
प्रीति क्या है मुझे तुम बताओ जरा
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
Neeraj kumar Soni
गुरु ही साक्षात ईश्वर
गुरु ही साक्षात ईश्वर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
कोई तो डगर मिले।
कोई तो डगर मिले।
Taj Mohammad
चाहता हे उसे सारा जहान
चाहता हे उसे सारा जहान
Swami Ganganiya
सपनों का व्यापार है दुनिया
सपनों का व्यापार है दुनिया
Harinarayan Tanha
अहं
अहं
Shyam Sundar Subramanian
अनपढ़ को अंधेरे से उजाले की तरफ,, ले जाने वाले हमारे प्यारे श
अनपढ़ को अंधेरे से उजाले की तरफ,, ले जाने वाले हमारे प्यारे श
Ranjeet kumar patre
वर्दी (कविता)
वर्दी (कविता)
Indu Singh
5. *संवेदनाएं*
5. *संवेदनाएं*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
4313💐 *पूर्णिका* 💐
4313💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नेपाल के लुंबनी में सफलतापूर्ण समापन हुआ सार्क समिट एवं गौरव पुरुस्कार समारोह
नेपाल के लुंबनी में सफलतापूर्ण समापन हुआ सार्क समिट एवं गौरव पुरुस्कार समारोह
The News of Global Nation
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
SURYA PRAKASH SHARMA
*देशभक्त श्री अश्विनी उपाध्याय एडवोकेट (कुंडलिया)*
*देशभक्त श्री अश्विनी उपाध्याय एडवोकेट (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
***किस दिल की दीवार पे…***
***किस दिल की दीवार पे…***
sushil sarna
ये दिल उनपे हम भी तो हारे हुए हैं।
ये दिल उनपे हम भी तो हारे हुए हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
जिनको तुम जीवन में सफल देखते हो, ये वही लोग है जो प्रेम के ब
जिनको तुम जीवन में सफल देखते हो, ये वही लोग है जो प्रेम के ब
पूर्वार्थ
त्याग
त्याग
मनोज कर्ण
Loading...