नैतिक गुण आचरण है, उपदेश या प्रवचन नहीं
बात नैतिकता की, आचरण अनैतिक है
भाई साहब आप, बड़े ही राजनैतिक हैं
लगा लिया है आपने, मुखोटे पर मुखौटा
काम तो है आपका, एक से एक खोटा
धन पद पैसे की दौड़ में,
नैतिकता की अवहेलना हो रही है
भाई साहबआपकी आत्मा, कहां सो रही है
गांधीजी के तीन बंदर, कहते कहते थक गए
आपके आचरण तो, सारे उलटे हो गए
सत्य अहिंसा अनुशासन, दिखावा मात्र रह गए
सरलता शुद्ध अंतःकरण त्याग, जाने कहां खो गए
भाई साहब नैतिकता, प्रदर्शन प्रतिक्रिया या मुखौटा नहीं है
नैतिक गुण आचरण हैं, उपदेश या प्रवचन नहीं है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी