नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
मुदित मन अधर मंदस्मित ,है कुछ होना खास …✍️
– पंकज पाण्डेय ‘सावर्ण्य
नेह निमंत्रण नयनन से, लगी मिलन की आस
मुदित मन अधर मंदस्मित ,है कुछ होना खास …✍️
– पंकज पाण्डेय ‘सावर्ण्य