” नेतृत्व “
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
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कखनो -कखनो हम क्रांतिक
उद्घोष करैत छी
अपन अधिकार पेवाक
लेल संघर्ष करैत छी
अपन लेखनी अपन तर्क
हम सदेव लिखल हूँ
सोशल मीडिया सं
सबकें समक्ष अपन पक्ष रखल हूँ
परंच धरातल सं दूर रहि
कोना आनब क्रांति
जन-मानस त दूर हैत
पसरि जायत भ्रान्ति
धेर्य , शांति ,मृदुलता
नेतृत्वक श्रृंगार अछि
एकरा सं जे डगमगा गेलहुं
कखनहूँ नहि कल्याण अछि !!
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डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
दुमका