नीम की छाँव मे
नीम की छाव मे प्यारे से गाँव मे आना मेरे बाबूजी
तपती दोपहरी मे,दाऊ की कचहरी आना मेरे बाबूजी
खेतो खलियानो मे,गलियां गलिहारो मे आना मेरे बाबूजी
टूटी अटरिया मे ढ़बूआ टपरिया मे आना मेरे बाबूजी
कुआ के पाट पे नदिया के घाट पे आना मेरे बाबूजी
कृष्णा के आगन मे माँ जी आचल मे आना मेरे बाबूजी