Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2017 · 1 min read

नीम की छाँव मे

नीम की छाव मे प्यारे से गाँव मे आना मेरे बाबूजी
तपती दोपहरी मे,दाऊ की कचहरी आना मेरे बाबूजी

खेतो खलियानो मे,गलियां गलिहारो मे आना मेरे बाबूजी
टूटी अटरिया मे ढ़बूआ टपरिया मे आना मेरे बाबूजी

कुआ के पाट पे नदिया के घाट पे आना मेरे बाबूजी
कृष्णा के आगन मे माँ जी आचल मे आना मेरे बाबूजी

Language: Hindi
6 Likes · 1 Comment · 507 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मां कूष्मांडा
मां कूष्मांडा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
राष्ट्र निर्माता गुरु
राष्ट्र निर्माता गुरु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
उसके जैसा जमाने में कोई हो ही नहीं सकता।
उसके जैसा जमाने में कोई हो ही नहीं सकता।
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है
अगर हमारा सुख शान्ति का आधार पदार्थगत है
Pankaj Kushwaha
#हाइकु
#हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दोहे-मुट्ठी
दोहे-मुट्ठी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अगर हो तुम सजग
अगर हो तुम सजग
Bimal Rajak
**बकरा बन पल मे मै हलाल हो गया**
**बकरा बन पल मे मै हलाल हो गया**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
भारत की गौरवभूमि में जन्म लिया है
Sonam Puneet Dubey
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल बदायूंनी
"जरूरतों में कम अय्याशियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll
पूर्वार्थ
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
*दीवाली मनाएंगे*
*दीवाली मनाएंगे*
Seema gupta,Alwar
अवसर
अवसर
संजय कुमार संजू
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
Neeraj Mishra " नीर "
* बातें मन की *
* बातें मन की *
surenderpal vaidya
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
*मूलत: आध्यात्मिक व्यक्तित्व श्री जितेंद्र कमल आनंद जी*
Ravi Prakash
अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति
अवचेतन और अचेतन दोनों से लड़ना नहीं है बस चेतना की उपस्थिति
Ravikesh Jha
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (आठवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
4673.*पूर्णिका*
4673.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क़-ए-फन में फनकार बनना हर किसी के बस की बात नहीं होती,
इश्क़-ए-फन में फनकार बनना हर किसी के बस की बात नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
खरीदे हुए सम्मान शो-केस में सजाने वाले मूर्धन्य विद्वानों को
खरीदे हुए सम्मान शो-केस में सजाने वाले मूर्धन्य विद्वानों को
*प्रणय*
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
शमा जली महफिल सजी,
शमा जली महफिल सजी,
sushil sarna
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
ज्वलंत संवेदनाओं से सींची धरातल, नवकोपलों को अस्वीकारती है।
Manisha Manjari
Loading...