Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2019 · 1 min read

नींद

नींद
——
जब भी सोना तो
सबको माफ करके सोना !
बच्चे की तरह निष्पाप होकर सोना !
दिल से नफरत साफ करके सोना !
गल्तियों का हिसाब करके सोना !
मन का मैल साफ करके सोना !
क्योंकि
सुबह किसने देखी !

~Sugyata

Language: Hindi
369 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी शक्ति
मेरी शक्ति
Dr.Priya Soni Khare
मोहब्बत।
मोहब्बत।
Taj Mohammad
कौशल कविता का - कविता
कौशल कविता का - कविता
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी
N.ksahu0007@writer
दुनिया में सब ही की तरह
दुनिया में सब ही की तरह
डी. के. निवातिया
मेनका की मी टू
मेनका की मी टू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
हमारा जन्मदिवस - राधे-राधे
Seema gupta,Alwar
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
तन्हा
तन्हा
अमित मिश्र
"जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
सिनेमा,मोबाइल और फैशन और बोल्ड हॉट तस्वीरों के प्रभाव से आज
Rj Anand Prajapati
करी लाडू
करी लाडू
Ranjeet kumar patre
मानव के बस में नहीं, पतझड़  या  मधुमास ।
मानव के बस में नहीं, पतझड़ या मधुमास ।
sushil sarna
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
DrLakshman Jha Parimal
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
पहला सुख निरोगी काया
पहला सुख निरोगी काया
जगदीश लववंशी
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"हमारे दर्द का मरहम अगर बनकर खड़ा होगा
आर.एस. 'प्रीतम'
"ऊँची ऊँची परवाज़ - Flying High"
Sidhartha Mishra
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"सोचो ऐ इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
बाजारवाद
बाजारवाद
Punam Pande
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
परों को खोल कर अपने उड़ो ऊँचा ज़माने में!
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
रोमांटिक रिबेल शायर
रोमांटिक रिबेल शायर
Shekhar Chandra Mitra
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
समझ मत मील भर का ही, सृजन संसार मेरा है ।
Ashok deep
शिमला
शिमला
Dr Parveen Thakur
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
*जिनके मन में माँ बसी , उनमें बसते राम (कुंडलिया)*
*जिनके मन में माँ बसी , उनमें बसते राम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...