Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Nov 2019 · 1 min read

निशानियां मिटती नहीं

वक्त के पन्नों से कोई कुर्बानियां मिटती नहीं
मिटते भले निशान हैं निशानियां मिटती नहीं

तयशुदा हर चीज की पूरी मियाद रखता है
अपने मन में जाने ये क्या मुराद रखता है
पहचान उसके जाने के भी बाद रखता है
वक्त हर किसी को पूरा पूरा याद रखता है

चाहे कुछ हो वक्त की वो वाणियां मिटती नहीं
मिटते भले निशान हैं निशानियां मिटती नहीं

बहके कभी कदम जो तो रोके पुकारे वक्त ही
क्या गलत है क्या सही देता इशारे वक्त ही
लहरों से हों परेशान तो देता किनारे वक्त ही
बिगाड़ता भी वक्त है जीवन संवारे वक्त ही

शत्रु बने जो वक्त परेशानियां मिटती नहीं
मिटते भले निशान हैं निशानियां मिटती नहीं

ना घमंड ना ही अभिमान करें वक्त का
धैर्य से हम रास्ता आसान करें वक्त का
वक्त की पूजा करें गुणगान करें वक्त का
आओ मिलके हम सभी सम्मान करें वक्त का

मान न हो वक्त का तो हानियां मिटती नहीं
मिटते भले निशान हैं निशानियां मिटती नहीं

विक्रम कुमार
मनोरा, वैशाली

Language: Hindi
Tag: गीत
206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में
देवराज यादव
मेरी सोच (गजल )
मेरी सोच (गजल )
umesh mehra
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
#विनम्र_शब्दांजलि
#विनम्र_शब्दांजलि
*Author प्रणय प्रभात*
“देवभूमि क दिव्य दर्शन” मैथिली ( यात्रा -संस्मरण )
“देवभूमि क दिव्य दर्शन” मैथिली ( यात्रा -संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
* बिखर रही है चान्दनी *
* बिखर रही है चान्दनी *
surenderpal vaidya
मै तो हूं मद मस्त मौला
मै तो हूं मद मस्त मौला
नेताम आर सी
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Growth requires vulnerability.
Growth requires vulnerability.
पूर्वार्थ
दिनांक - २१/५/२०२३
दिनांक - २१/५/२०२३
संजीव शुक्ल 'सचिन'
***वारिस हुई***
***वारिस हुई***
Dinesh Kumar Gangwar
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
Seema gupta,Alwar
एकाकीपन
एकाकीपन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
*जीवित हैं तो लाभ यही है, प्रभु के गुण हम गाऍंगे (हिंदी गजल)
*जीवित हैं तो लाभ यही है, प्रभु के गुण हम गाऍंगे (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
बचपन का प्यार
बचपन का प्यार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बाल  मेंहदी  लगा   लेप  चेहरे  लगा ।
बाल मेंहदी लगा लेप चेहरे लगा ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
জীবনের অর্থ এক এক জনের কাছে এক এক রকম। জীবনের অর্থ হল আপনার
জীবনের অর্থ এক এক জনের কাছে এক এক রকম। জীবনের অর্থ হল আপনার
Sakhawat Jisan
*
*"ममता"* पार्ट-5
Radhakishan R. Mundhra
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
भीगी फिर थीं भारी रतियाॅं!
Rashmi Sanjay
"नजीर"
Dr. Kishan tandon kranti
"वचन देती हूँ"
Ekta chitrangini
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जो होता है सही  होता  है
जो होता है सही होता है
Anil Mishra Prahari
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
🎊🎉चलो आज पतंग उड़ाने
Shashi kala vyas
अतीत
अतीत
Bodhisatva kastooriya
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
गमों की चादर ओढ़ कर सो रहे थे तन्हां
Kumar lalit
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
।। श्री सत्यनारायण कथा द्वितीय अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
यादों के संसार की,
यादों के संसार की,
sushil sarna
Loading...