निर्णय
यदि अदालत में मेरे गवाह देने से
किसी निर्दोष की जान बच सकती है
तो मुझे क्या करना चाहिए ?
यदि भरे बाजार में द्रोपदी का चीरहरण हो
तो मुझे क्या करना चाहिए?
यदि अपने ही अधिकार को पाने के लिए रिश्वत मांगी जाय तो मुझे क्या करना चाहिए?
यदि मेरी आंखों के सामने किसी गरीब की पीट पीट कर हत्या कर दी जाय तो मुझे क्या करना चाहिए?
यदि मेरे कानों ने मेरे देश की निंदा सुनी हो
तो मुझे क्या करना चाहिए?
क ई साल बीत जाने पर भी असमंजस!
निर्णय नहीं ले पाया
शायद इसीलिए अदालत का भी निर्णय नहीं आया