निजीकरण होगा
निजीकरण होगा और नौकरी का सरलीकरण होगा।
युवाओं तुम्हारे स्वप्न रूपी वस्त्रों का चीर हरण होगा।
बुद्धिमत्ता से कुछ गर पास कर गए जो परीक्षा,
ऐसे ही लोगो के देह पर नौकरी का आवरण होगा।
क्या यहां भी काबिलों पर आरक्षण का दंश दिखेगा।
इस प्रतिस्पर्धा में क्या सामान्य को भी कुछ अंश मिलेगा।
मुझे लगता है जीवन से ,जल का निर्जलीकरण होगा।
निजीकरण होगा और नौकरी का सरलीकरण होगा।
कुछ कहते है कि संविदा ,योग्य युवाओं के लिए खाद होगी।
योग्य लोगों की जिंदगी आबाद और जिंदाबाद होगी।
कुछ कहते है वोट के लिए सरकार का ये वशीकरण होगा।
निजीकरण होगा और नौकरी का सरलीकरण होगा।
– सिद्धार्थ पांडेय