निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
जो मंजिल नहीं रास्तों के लिए हो
खूबसूरत नजारों का हो साथ
मुलाकात अंजान वादियों से हो
चित्रा बिष्ट
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
जो मंजिल नहीं रास्तों के लिए हो
खूबसूरत नजारों का हो साथ
मुलाकात अंजान वादियों से हो
चित्रा बिष्ट