Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2023 · 1 min read

नासाज़ ऐ-दिल

बड़ा नासाज़-नासाज़ सा
क्यों है ऐ-दिल,
जो कहना है खुल के
कह दे आज ऐ-दिल।

हो जाती है गुफ्तगू
अनायास ही ना चाहते हुए भी,
कर इक बार कोशिश फिर से
नाराज़ ऐ-दिल।

आसान नहीं है फिर से
टूटी कश्ती को जोड़ना,
जो बन जाये बात तो
अदभुत काज है ऐ-दिल।

राह बन जाएगी बस
एक कदम बढ़ाने की देर है,
मिल जाएगी वो मंजिल भी
कर तो आगाज़ ऐ-दिल।

कुछ नही बस
धुआं धुंआ सा है,
नज़र आ जायेगा
फिर वही मंजर,
बस कर तो इक बार
नज़र अंदाज ऐ-दिल।

कुमार दीपक “मणि”
08/02/2023

Language: Hindi
1 Like · 291 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"ऐसा है अपना रिश्ता "
Yogendra Chaturwedi
"तितली जैसी प्यारी बिटिया": कविता
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आषाढ़ के मेघ
आषाढ़ के मेघ
Saraswati Bajpai
*ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है (राधेश्यामी छंद)
*ईश्वर की रचना है धरती, आकाश उसी की काया है (राधेश्यामी छंद)
Ravi Prakash
कल से बेहतर  आज है,
कल से बेहतर आज है,
sushil sarna
राख देह की पांव पसारे
राख देह की पांव पसारे
Suryakant Dwivedi
कभी दिल में झाँको तो दिखाऊँ
कभी दिल में झाँको तो दिखाऊँ
Aditya Prakash
*******मिल जाएगी मंज़िल राही*******
*******मिल जाएगी मंज़िल राही*******
Dr. Vaishali Verma
जिसे जीना हो
जिसे जीना हो
Manoj Shrivastava
विरोधाभाष
विरोधाभाष
Khajan Singh Nain
एक बड़ी कीमत
एक बड़ी कीमत
Minal Aggarwal
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
..
..
*प्रणय*
"रहमतों के भरोसे"
Dr. Kishan tandon kranti
यूं न इतराया कर,ये तो बस ‘इत्तेफ़ाक’ है
यूं न इतराया कर,ये तो बस ‘इत्तेफ़ाक’ है
Keshav kishor Kumar
ज़माने की नजर से।
ज़माने की नजर से।
Taj Mohammad
समस्याओं से भागना कायरता है
समस्याओं से भागना कायरता है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
*आत्ममंथन*
*आत्ममंथन*
Pallavi Mishra
हृदय की बेचैनी
हृदय की बेचैनी
Anamika Tiwari 'annpurna '
आए हैं रामजी
आए हैं रामजी
SURYA PRAKASH SHARMA
Toughness of the way
Toughness of the way
Sanjay Narayan
आल्हा छंद
आल्हा छंद
Rajesh Kumar Kaurav
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
kanhauli estate - Ranjeet Kumar Shukla
kanhauli estate - Ranjeet Kumar Shukla
हाजीपुर
बेरोजगारी
बेरोजगारी
साहित्य गौरव
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
श्याम सांवरा
तेरी यादों ने इस ओर आना छोड़ दिया है
तेरी यादों ने इस ओर आना छोड़ दिया है
Bhupendra Rawat
सर्वप्रथम पिया से रंग
सर्वप्रथम पिया से रंग
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Let’s use the barter system.
Let’s use the barter system.
पूर्वार्थ
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
Neelofar Khan
Loading...