नारी शक्ति………………
नारी शक्ति है ,सम्मान है
नारी गौरव है, अभिमान है
नारी ने ही ये रचा विधान है
हमारा नतमस्तक इसको प्रणाम है
ये लक्ष्मी ,ये सरस्वती
यही दुर्गा का अवतार है
ये अनुसूया, यही सावित्री
यही काली रूप का वैभव है
लक्ष्मीबाई जैसा साहस इसमें
मीराबाई जैसा प्रेम है
पद्मावती जैसा जौहर इसमें
दुर्गावती जैसा पराक्रम है
कदम से कदम मिलाकर चलना
सैन्य,पराक्रम में पीछे न हटना
बुलंद हौसलों का परिचय देकर
अरुणिमा,नीरजा का हो रहा गान है
यही इंदिरा ,यही सरोजनी
यही टेरेसा जैसी नारी हैं
बेदी जैसी कड़क,सुष्मिता जैसी प्यारी है
सुर सरगम का सार लता का
सुंदरता में ऐश्वर्या है
छुआ आसमान को ऐसी आयशा
खेल के मैदान में मिताली है
यही पालन हार हमारी
यही हमारी जननी है
इसका कदम है विकास के पथ में
यही हमारी धन की देवी है
विस्वस्वरूपा,जगजननी यही हमारी भार्या
यही हमारी अर्द्धांगिनी इसके चरणों की रज को
मस्तक पे हमने लगाया है
नारी के सम्मान के खातिर
एक कदम हमने बढ़ाया है
नारी शक्ति है, सम्मान है
नारी गौरव है,अभिमान है