नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा।
गज़ल- 8
नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा।
नारी जो नहीं सुंदर, संसार नहीं होगा।
घूमेंगे लिए दिल को, देंगे भी बता किसको,
दिलवर ही नहीं होगा, दिलदार नहीं होगा।
वो फूल गुलाबों के, तरसेंगे हसीनों को,
जब प्यार मुहब्बत का, इजहार नहीं होगा।
मिलने के लिए कहती, पर रोज नहीं आती,
दिल उसकी शरारत से, बेज़ार नहीं होगा।
रांझा भी नहीं होगा, जब हीर नहीं होगी,
उल्फत में कोई यारो, लाचार नहीं होगा।
लो प्यार हुआ मुझको, जिस हूर ए जन्नत से,
इक बार हुआ लेकिन, हर बार नहीं होगा।
ताउम्र रहे प्रेमी, हम जिसकी अदाओं के,
हर जीवन में उस पर, अधिकार नहीं होगा।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी