नायिका की सुंदरता की उपमाएं
नाक है तेरी तोते जैसी,
टमाटर जैसे तेरे है गाल।
गर्दन तेरी सुराही जैसी,
हिरणी जैसी तेरी चाल।।
बाल है तेरे रेशम जैसे,
होठ बने पंखुड़ी गुलाब।
प्रभु ने फुर्सत में बनाया,
सुंदरता दी है बे हिसाब।।
भोहें तेरी तीर कमान जैसी,
पलके बनी है तेरी द्वारपाल।
चोबीसो घंटे वे पहरा देती है,
रखती तेरा वे कितना ख्याल।।
आंखे तेरी है मृगनयनी जैसी,
कर्ण बने है बड़े ही विशाल।
उंगलियां तेरी है लैला जैसी,
अंगूठों की कोई नही मिसाल।।
दांत तेरे बने है मोतियों जैसे,
जीभ बनाई है लाल कटार।
हर चीज का है स्वाद बताती
खाती नही वह किसी से मार।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम