नाम जपो
मतगयंद सवैया(मालती सवैया छंद)
नाम जपो
नाम जपे दिन – रैन नहीं ,मन का पन डोलत-डोलत जाए।
भाव रहे सम संग सभी, विष भाव न अंतर घोलत पाए।
रूप अनंत विशाल भुजा, शत भास्कर लोचन नीर समाय।
दीन दयाल जपो उर अंतर, संकट ,शोक विनाश मिटाएं।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश