“नादा चिड़िया”
मै एक मासूम नादा चिड़िया,
उड़ना चाहु सारी दुनिया.
गेरो का किया, हा- हा गेरो का किया,
अपनों ने ही रोका है,
हर मोड़ पर मिला एक मीठा धोखा है.
मै एक मासूम नादा चिड़िया,
उड़ना चाहु सारी दुनिया.
आज अस्तित्व ना मेरा है, सबने मुझको घेरा है.
माँ के गर्भ मै, तो किसी गली नुकड़ पर,
किसी ने घर चोहराये पर मारा है.
कोई एक इंसान नहीं, जिस पर मेरा एहसान नहीं.
मै एक मासूम नादा चिड़िया,
उड़ना चाहु सारी दुनिया.
मुझको एक बार उड़ने तो दो, फूलो कि तरह खिलने तो दो.
मै भी महक जाऊगी, दुनिया तेरी महकाउगी,
एक बार प्यार से अपना हाथ तो दो.
मै तेरे आँगन की नादा चिड़िया,
उड़ना चाहु सारी दुनिया.