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18 Apr 2022 · 1 min read

नादानी में बड़ा फायदा

नादान बनके रहने में जो फायदा है ,
सयाना बनके रहने में बिल्कुल नही ।

सयानों के इम्तेहान लेता खुदा बारहा,
नादानों को इसके काबिल समझता नही ।

सयानोें से लोगों को भी उम्मीदें रहती हैं,
नदानों से कोई उम्मीद रखता ही नही ।

सयाने कभी कभी धोखा खा जाते है ,
अपने गुरूर को संभाल पाते नहीं।

नादान अपने भोलेपन में रहता मस्त ,
किसी तरह की फिक्र उसे होती नहीं।

सयाना डूबा रहता दुनियादारी निभाने में,
नादान को किसी से कोई सरोकार नहीं ।

तभी तो आखरी सफर आराम से गुजरता,
नादान को होता किसी तरह रंजो गम नही ।

सयाना तिल तिल मरता दर्द को ओढ़े हुए ,
और रूह को मिलता चैन ओ करार नहीं।

इसीलिए ” अनु “को जो समझते लोग नादान,
उन्होंने सयाने पन से कुछ हासिल किया नही ।

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