नागिन बन विष फैलाती यहां ममता
माँ की यह सुनकर मर गई ममता
भृष्टाचार की जननी हो गई ममता
सर उठाने लगी दुश्मन की खातिर
मातृभूमि बेच खाने लगी ये ममता
घोटालों की आग से हाथ सेकती
हवाईचप्पल में दिखजाती ममता
सफेद साड़ी या सफेद नकाबपोश
काले फंड को चिट्टा कराती ममता
दुश्मनों की जरुरत नहीं दोस्त ऐसे
Cbi को कैद कर बताती ये ममता
ये हुनर विरासत में मिला है लगता
नारी के दम्भ से फड़फड़ाती ममता
भारत मां भी रोती सांस कैसे ले हम
नागिन बन विष फैलाती यहाँ ममता
अशोक सपड़ा हमदर्द