Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2024 · 1 min read

नाउम्मीदी कभी कभी

नाउम्मीदी कभी कभी
बड़ा सहारा देती है
निराशा से डूबते इंसान को
किनारा देती है

166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Chitra Bisht
View all

You may also like these posts

धर्म और सिध्दांत
धर्म और सिध्दांत
Santosh Shrivastava
शैतानी दिमाग
शैतानी दिमाग
Rambali Mishra
*चालू झगड़े हैं वहॉं, संस्था जहॉं विशाल (कुंडलिया)*
*चालू झगड़े हैं वहॉं, संस्था जहॉं विशाल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
आव रे चिरैया
आव रे चिरैया
Shekhar Chandra Mitra
पुकारती हुई पुकार आज खो गयी है कही
पुकारती हुई पुकार आज खो गयी है कही
Bhupendra Rawat
🤔🤔🤔
🤔🤔🤔
शेखर सिंह
"सियाही"
Dr. Kishan tandon kranti
राह तके ये नैन
राह तके ये नैन
सुशील भारती
आरामदायक है भारतीय रेल
आरामदायक है भारतीय रेल
Santosh kumar Miri
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
आव्हान
आव्हान
Shyam Sundar Subramanian
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
शिव प्रताप लोधी
लोकतन्त्र के मंदिर की तामीर बदल दी हमने।
लोकतन्त्र के मंदिर की तामीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
गर्द अपनी ये ख़ुद से हटा आइने।
गर्द अपनी ये ख़ुद से हटा आइने।
पंकज परिंदा
సమాచార వికాస సమితి
సమాచార వికాస సమితి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
Kuldeep mishra (KD)
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
सफेद चादर
सफेद चादर
सोनू हंस
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन।
जगदीश शर्मा सहज
Life's beautiful moment
Life's beautiful moment
Buddha Prakash
आज का युग ऐसा है...
आज का युग ऐसा है...
Ajit Kumar "Karn"
माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर।
माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर।
अनुराग दीक्षित
सुनीता विलियम्स जी के धरती आगमन पर
सुनीता विलियम्स जी के धरती आगमन पर
Raj kumar
सुहाना बचपन
सुहाना बचपन
krupa Kadam
नवरात्रि
नवरात्रि
Mamta Rani
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
हे मेरे वतन, तुझपे कुर्बान हम
gurudeenverma198
कमबख्त़ तुम याद बहुत आती हो....!
कमबख्त़ तुम याद बहुत आती हो....!
singh kunwar sarvendra vikram
🙅अंधभक्ति की देन🙅
🙅अंधभक्ति की देन🙅
*प्रणय प्रभात*
Loading...