नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं दबी उम्मीद बंज़र भू से फूलों की लगाते हैं आर. एस. ‘प्रीतम’