नहीं आता है
गर इन्तज़ार करो तो नहीं आता है।
शाम से पहले वक़्ते शाम नहीं आता है।।
हौसला मजबूत है इरादा है तो अमल करो उसपे।
बोलना ज़्यादा भी कुछ काम नहीं आता है।।
खुदा ने दिया है इन्सान को सिफते हुनर।
अम्ल है तेरा तो क्या काम नहीं आता है।।
जोशे-जुनूँ में दीवाना क्या-क्या नहीं कर जाता है।
होश में तो इश्क़ सरे आम नहीं आता है।।
इतना भी तो ऐ इन्साँ तू खुदगर्ज़ ना बन।
क्या तुझे मज़लूम पे रहम नहीं आता है।।
कर ज़रा इश्क़ अल्लाह से और अल्लाहके बन्दो से तू।
इश्क़ तो मशहूर है बदनाम नहीं आता है।।
अपने अन्दर तलाश कर ले हक़ को।
हक़ पे जो है तो वो नाकाम नहीं आता है।।