*नसीहत*
साफ नीयत रख ली अगर
तो हाथ बढ़ाकर गले लगाओ तो सही
उड़ने को सारा आकाश पड़ा है
पंख पूरे फैलाओ तो सही
तन्हा रहोगे क्या अक्सर
कभी मेरे घर आओ तो सही
रिश्तो में खटास बहुत है
साथ बैठकर सुलझाओ तो सही
उड़ने को सारा आकाश पड़ा है
पंख पूरे फैलाओ तो सही
सारी उम्र बिता दी जिनके खातिर
कह रहे हैं अब नजरों से दूर जाओ तो सही
और तिनका तिनका जोड़कर बनाया जो मकॉ
उनकी दहलीज से निकल जाओ तो सही
और यही मुकद्दर हमें आईना दिखा रहा है
अब इन तस्वीरों से भी हट जाओ तो सही
उड़ने को सारा आकाश पड़ा है
पंख पूरे फैलाओ तो सही