नशे की लत में हम अपनी, दुनिया ही गंवा बैठे़
ना दोस्त ना दौलत, अपने भी गंवा बैठे
नशे की लत में हम अपनी, दुनिया ही गवां बैठे
बड़ों की नसीहत को, जहन में बिठा लिया होता
ना होता शिकार दुनिया में, खुद को बचा लिया होता
मजे मजे मैं नशा, गले जो ना लगा लिया होता
खुशहाल होती जिंदगी, अपनी काया भी नहीं खोता