नशा
प्यार का नशा
यार के दीदार का नशा!!
नशा, नशा नहीं
मजा जिंदगी का।।
कही दौलत का है गुरुर नशा
कही शोहरत का सुरूर नशा!!
हुस्न की हस्ती का नशा
इश्क की मस्ती का नशा
नशा, नशा है जिंदगी का,
प्यार की बन्दगी का!!
किसी को दानिश इल्म का नशा
किसी को पत्थरों में
खुदा को खोजने का नशा!!
किसी को ईमान के इम्तेहान का नशा
किसी को ईमान बेचने का नशा!!
किसी का गैरों के खातिर मिटना
किसी को किसी लूटने का नशा!!
नशा न मैखाने में,
नशा न पैमाने में,
न हुस्न के इश्क के दीवाने में
न तो परवाने में
नशा तो जज्बा जुनून है
जिंदगी जीत जाने में।।
एल एम त्रिपाठी पीताम्बर