नव वर्ष
नव वर्ष की ऐसी हो शुरुआत, पूरे वर्ष मिले प्यार ही प्यार, मनुष्य पर मनुष्य ना करें शोषण और अत्याचार।
ज्ञानी का है ज्ञान प्रेमी प्रेमिका का करे सम्मान प्रेमिका प्रेमी का करे सम्मान, फिर पूरे साल जीवन में रहेगी बहार।
आंधी आती है कभी तूफान कभी ठंडी पुरवाई बन जाती है, फिर नव वर्ष में संघर्ष करने से दुनिया क्यों घबराती है।
नव वर्ष में सब के दुख सुख में रहें साथ फिर ईश्वर नववर्ष की देगा आपको सौगात, नववर्ष की ऐसी हो शुरुआत।