Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2021 · 1 min read

नव–वर्ष

नूतन ज्योति जले जग में।
जीवन‚यौवन में औ’ मग में।
नद की बहती कल–कल धारा।
धो कलुष पोंछ रज कण सारा।
सन्देश भरे‚नव गति भरे।
उद्देश्य भरे‚हर यति हरे।
हो सुखद हर्ष।
हा नवोत्कर्ष।
रवि रश्मि से पूरित विहान‚
हो नयन–नयन में भासमन।
शशि किरणों से नित बढ़ा करे।
उन्नत शिखर पर चढ़ा करे।
ये मनुज़‚ अनुज‚ अग्रज मेरे।
परलोक‚ लोक‚ सुर‚ असुर अरे।
हो सुखद वर्ष।
अद्भुद हो हर्ष।
उपलब्धि‚प्राप्ति का हो उमंग।
नख–शिख होली का लाल रंग।
मुख पर उमगे ईद का उमंग।
नस में रग में हो नव तरंग।
हो सुखद वर्ष।
हो सुखद हर्ष।
अद्भुद हो वर्ष।
हो नवोत्कर्ष।
————————–

Language: Hindi
1 Like · 416 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
झूठी साबित हुई कहावत।
झूठी साबित हुई कहावत।
*प्रणय प्रभात*
आओ चले अब बुद्ध की ओर
आओ चले अब बुद्ध की ओर
Buddha Prakash
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
Rj Anand Prajapati
" हम तो हारे बैठे हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*चुन मुन पर अत्याचार*
*चुन मुन पर अत्याचार*
Nishant prakhar
सीरिया रानी
सीरिया रानी
Dr. Mulla Adam Ali
बैठा के पास पूंछ ले कोई हाल मेरा
बैठा के पास पूंछ ले कोई हाल मेरा
शिव प्रताप लोधी
2713.*पूर्णिका*
2713.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इंसानियत
इंसानियत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
स्याही की मुझे जरूरत नही
स्याही की मुझे जरूरत नही
Aarti sirsat
दिल को तेरी
दिल को तेरी
Dr fauzia Naseem shad
राम समर्पित रहे अवध में,
राम समर्पित रहे अवध में,
Sanjay ' शून्य'
नया  साल  नई  उमंग
नया साल नई उमंग
राजेंद्र तिवारी
विडंबना इस युग की ऐसी, मानवता यहां लज्जित है।
विडंबना इस युग की ऐसी, मानवता यहां लज्जित है।
Manisha Manjari
*राजा दशरथ (कुंडलिया)*
*राजा दशरथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आदमी
आदमी
अखिलेश 'अखिल'
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है।
सत्य कुमार प्रेमी
सियासत हो
सियासत हो
Vishal babu (vishu)
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
आलेख-गोविन्द सागर बांध ललितपुर उत्तर प्रदेश
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम
तुम
Sangeeta Beniwal
सबको सिर्फ़ चमकना है अंधेरा किसी को नहीं चाहिए।
सबको सिर्फ़ चमकना है अंधेरा किसी को नहीं चाहिए।
Harsh Nagar
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
आकर्षण गति पकड़ता है और क्षण भर ठहरता है
शेखर सिंह
अक्सर औरत को यह खिताब दिया जाता है
अक्सर औरत को यह खिताब दिया जाता है
Harminder Kaur
Hum tumhari giraft se khud ko azad kaise kar le,
Hum tumhari giraft se khud ko azad kaise kar le,
Sakshi Tripathi
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
मेरी जाति 'स्वयं ' मेरा धर्म 'मस्त '
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...