Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jan 2020 · 1 min read

नव वर्ष 2020

?2020 ?शुभागमन
?मंगल रहे वर्ष?
?सुख?शांति?समृद्धि संग

चंद्र चांदनी
है रोशन सदन
मुक्त गगन
मनाओ नव वर्ष
पल्लव मन
उल्लासित जग
मंगल पल
स्वागत नव वर्ष
मीठे से लम्हें
गुदगुदाते पल
यादें वृहद
बीते वर्ष के संग
छूटे न कभी
आप सभी का संग
आशा प्रबल
देती हमें संबल

?????
नवीन वर्ष
नव अभिलाषाएं
करो सृजन
?????
एक संकल्प
बदले व्यवहार
करो प्रयास
?????
स्वच्छ हो वायु
मिले जीवनदान
जन कल्याण
?????
नवीन वर्ष
शुभ हो आगमन
फैले सद्भाव
?????
2020 का आगाज़
स्वर्णिम है प्रभात
पाएं सम्मान
????

Language: Hindi
284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
Rashmi Ranjan
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
कवि रमेशराज
ब्रांड 'चमार' मचा रहा, चारों तरफ़ धमाल
ब्रांड 'चमार' मचा रहा, चारों तरफ़ धमाल
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल तेरी राहों के
दिल तेरी राहों के
Dr fauzia Naseem shad
फिर से अजनबी बना गए जो तुम
फिर से अजनबी बना गए जो तुम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
रंगमंच
रंगमंच
लक्ष्मी सिंह
जाने के बाद .....लघु रचना
जाने के बाद .....लघु रचना
sushil sarna
"अतीत"
Dr. Kishan tandon kranti
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
विजय कुमार अग्रवाल
कुदरत के रंग.....एक सच
कुदरत के रंग.....एक सच
Neeraj Agarwal
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ख्वाहिशे  तो ताउम्र रहेगी
ख्वाहिशे तो ताउम्र रहेगी
Harminder Kaur
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
धूमिल होती यादों का, आज भी इक ठिकाना है।
Manisha Manjari
चाहते नहीं अब जिंदगी को, करना दुःखी नहीं हरगिज
चाहते नहीं अब जिंदगी को, करना दुःखी नहीं हरगिज
gurudeenverma198
जीवन का मकसद क्या है?
जीवन का मकसद क्या है?
Buddha Prakash
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
प्रेरणादायक बाल कविता: माँ मुझको किताब मंगा दो।
Rajesh Kumar Arjun
दिल की भाषा
दिल की भाषा
Ram Krishan Rastogi
आखिरी ख्वाहिश
आखिरी ख्वाहिश
Surinder blackpen
■ लघु-व्यंग्य / खुशखबरी...
■ लघु-व्यंग्य / खुशखबरी...
*Author प्रणय प्रभात*
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
VINOD CHAUHAN
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
जिंदगी का सफर है सुहाना, हर पल को जीते रहना। चाहे रिश्ते हो
पूर्वार्थ
हँसाती, रुलाती, आजमाती है जिन्दगी
हँसाती, रुलाती, आजमाती है जिन्दगी
Anil Mishra Prahari
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
एक बेटी हूं मैं
एक बेटी हूं मैं
Anil "Aadarsh"
Loading...