नव वर्ष । Resolution!
हारूँगा नए साल में भी कुछ ना कुछ,
पर हार कर जंग बीच मे ही छोड़ दूं,
ये मुमकिन नही,
जीत कर साबित नही करना इस दुनियां को,
की मैं क़ाबिल हूँ या नही,
अबकी मामला ख़ुद को ख़ुद की,
काबिलियत दिखाने का है,
तो इस बार जंग तब तक चलेगी,
जब तक हार ख़ुद हमसे हार ना जाए।।
दीपक ‘पटेल’