नव वर्ष आया हैं , सुख-समृद्धि लाया हैं
नव वर्ष आया हैं ,
सुख-समृद्धि लाया हैं
समय का चक्र चलता हैं ,
नव युग का इतिहास बनता हैं
नया सोचना हैं , नया करना हैं
यही अपनी रित हैं , यही अपना धर्म हैं
पुराना बीत गया , स्मारक बन गया
अब संकल्प की बारी हैं –
भ्रष्टाचार मिटाना हैं ,
ईमानदारी का परिचय देना हैं
मातृभूमि की रक्षा करना हैं
पर्यावरण की रक्षा करना हैं
पेड़-पौधे लगाना है
नदी – नाले की खलबल वापस लाना हैं
नये टेक्नोलॉजी का स्वागत करना हैं
संपूर्ण दुनिया कंप्यूटर – मोबाइल में समेटी हैं
हर दिन , हर पल , नया नीत होता हैं
सोचो अच्छा , करो अच्छा कर्म ही हैं
आतंकवाद का खात्मा करना हैं
सुरक्षा ऐजेंसी की धार तेज करना हैं
मीडिया-समाचार पत्र को निर्भीक-तथ्यपरक होना हैं
न्यायपालिका का विश्वास जगाना हैं
महिला को सबल बनाना हैं
भ्रूण हत्या रोकना हैं
लाड़ली बेटी को शिक्षा देना हैं
लिंग भेद मिटाना हैं
संसद सत्र को सुचारू करना हैं
संसद की गरिमा बढ़ाना हैं
गरीबी दूर करना हैं
भूखे का निवाला छिनते जा रहा हैं
मंहगाई का दानव बढ़ता जा रहा हैं
आम आदमी का जीवन डगमगा गया हैं
आत्महत्या करने पर इन्सान मजबूर हो गया हैं
चोरी, डकैती , लुट , खसोट आम बात हो गई हैं
नव वर्ष में करो संकल्प –
शुभ कल्याणकारी कार्य करेंगें
मतदान देकर रहेंगे
विविधता में एकता रखेंगे
भ्रष्ट राजनीति से दूर रहेंगे
ना रहेगा गरीब भूख से
ना रहेगा किसान कर्ज से
ना रहेगा बालक , युवा- युवती वंचित शिक्षा से
ना रहेगा युवा-युवती बेरोजगारी से
अहिंसा और करुणा का सदैव
पालन करेंगे
देश का विकास करेंगे
देश की रक्षा करेंगे
देश को आगे बढ़ायेंगे
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– राजू गजभिये