नव भारत निर्माण करो
सुनो गौर से वीर जवानों,
नव भारत निर्माण करो,
छाकर गहरे आसमान में,
दिनकर सा प्रकाश करो।
निज गौरव गाथा लेकर,
भू पर अमृतधारा लहरा दो,
बोस , भगतसिंह के वंशज तुम,
भारत मां को स्वर्ग बना दो।
बनो विवेकानंद साहसी ,
धर्म – कर्म का मर्म जगा दो,
ज्योतिपुंज सा दीप जलाकर ,
जग में निज प्रकाश फैला दो।
कर्मों से आनंदित कर जग,
अखिल विश्व के प्रिय बन जाओ,
तोड़ बेड़ियां भ्रष्टाचार की,
तुम निज ताकत को पहचानो।
भारत भाग्य विधाता हो तुम,
देश की गौरव गाथा हो तुम,
विजयी विश्व तिरंगा तुम हो,
नव भारत निर्माण करो।
अनामिका तिवारी “अन्नपूर्णा “✍️✍️✍️